uma rawat
24 नव. 20183 मिनट
अपडेट किया गया: 28 जन. 2021
आंवला अचार, आंवला चटनी या मुरब्बा अथवा कैंडी किसी भी रूप में आंवला स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी है। इसमे आयरन और विटामिन C प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। आज के इस अध्याय में हम आंवले का अचार बनाएंगे।
आंवले 500 ग्राम
हरी मिर्च 50 ग्राम
मेथी दाना 2 बड़े चम्मच
पीली सरसो 2 बड़े चम्मच
सौफ़ 1 बड़ा चम्मच
जीरा 1 बड़ा चम्मच
अजवायन 1 छोटा चम्मच
कलौंजी 1/4 चम्मच
हल्दी पाउडर 2 बड़े चम्मच
कश्मीरी लाल मिर्च पाउडर 2 छोटे चम्मच
हींग 1/2 छोटा चम्मच
नमक 3 बड़े चम्मच
सरसो का तेल 250 ml
अचार के लिए हम जो आंवला लेंगे वो अच्छी किस्म के होने चाहिए जैसे की आंवले दागी और चोट खाये हुए नही होने चाहिए। आंवले और हरी मिर्च को साफ पानी में धोकर निकाल लेंगे।
सबसे पहले किसी पैन में आंवले डाल दें और डेढ़ ग्लास पानी डालकर उबलने के लिए रख दीजिये।
मध्यम आंच पर आंवलों को 10 मिनट तक उनकी फांके (कलियाँ ) खुलने तक पका लेंगे। आंवले 10 मिनट में नरम हो जाएंगे तभी हम गैस की आंच को बन्द कर देंगे
आंवलो को किसी प्लेट में पानी से बाहर निकाल कर ठंडा होने के बाद उनके फांके गुठली से अलग कर लेंगे। और चाकू की मदद से फांको के और पतले टुकड़े कर लेंगे। ऐसे तरीके से हम हरी मिर्च को भी बीच से काटकर दो टुकड़े कर लेंगे। आप चाहे तो इनके और छोटे टुकड़े भी कर सकते हैं।
अब हम मिर्च और आंवले के तैयार टुकड़ों की अतिरिक्त नमी हटाने के लिए 1 से 2 घंटे की धूप दिखा देंगे। अगर धूप नही है तो पंखे की हवा में सूखा लें।
अब हम कलौंजी के अलावा बाकी के सारे साबुत मसालों को सूखा भूनकर दरदरा पीस लेंगे। हम इसमे 1/4 चम्मच सौंफ़, मेथी, सरसों, कलौंजी साबुत ही डालेंगे।
अब सरसों के तेल को भी धुंआ उठने तक गर्म करके ठंडा कर लेंगे।
अब एक साफ और सूखे बर्तन में सभी सामग्रियों को एक साथ अच्छी तरह मिला लेंगे। आंवले और हरी मिर्च में मसाले अच्छी तरह से मिल जाने के बाद हमारा अचार तैयार हो जाएगा।
अब हम तैयार अचार को किसी साफ और सूखे शीशे के मर्तबान में भरकर रखेगें ।अचार को मर्तबान में अच्छे से दबा दबा कर भरें ताकि जब हम अचार में ऊपर से तेल डालें तो हमारा अचार तेल में अच्छे से डूब जाना चाहिए। जिससे की हमारा अचार लंबे समय तक सुरक्षित रहता है और खराब नही होता है।
यूँ तो हम अचार को तुरंत खा सकते है लेकिन इसके स्वाद के अच्छे परिणाम के लिए एक हफ्ते की धूप दिखाना बेहद आवश्यक है। इससे हमारा अचार बहुत ही स्वादिष्ट बनकर तैयार होगा। आपका यह अचार आप 1 साल तक रख कर खा सकते है।
अचार की सामग्री में बिल्कुल भी नमी नही होनी चाहिए।
आपके हाँथ और अचार बनाने में स्तेमाल होने वाले बर्तन साफ और सूखे होने चाहिए।
अचार रखने के लिए जो मर्तबान हम स्तेमाल करेगे वो प्लास्टिक का हो या फिर कांच का उसे उबलते पानी से धो कर धूप में अच्छे से सुखाना होगा।
आप मर्तबान को ओवन में भी सूखा सकते है।
जब भी अचार निकालें चम्मच एकदम साफ और सूखा होना चाहिए।
अगर लंबे समय के लिये अचार बना रहे है तो 2 से 3 महीने के अंतराल पर धूप दिखाते रहें।