top of page

सालों चलने वाला भरवां मिर्च का अचार | Chilli pickle recipe | Mirchi ka achar

लेखक की तस्वीर: uma rawatuma rawat

अपडेट करने की तारीख: 28 जन॰ 2021

अचार की हमारे भारतीय व्यंजनों में एक मुख्य भूमिका है। कहते हैं न कि बिना अचार के भारतीय खाने की थाली अधूरी जाती है। अचार एक ऐसी चीज़ है कि आप इसको पूरे वर्ष में एक बार बना कर रख लीजिए तो पूरे वर्ष खाइये। विभिन्न प्रकार के अचार में से हरी मिर्च का अचार भी सबसे ज़्यादा पसंद किया जाता है। हरी मिर्च का अचार इंस्टेंट और पारंपरिक दोनों तरीकों से बनाया जा सकता है। आज हम आपको पारम्परिक हरी मिर्च का भरवा अचार बनाने की विधि बताने वाले हैं। मिर्च के अचार को आप अपने खाने का ज़ायका और बढ़ाने के लिए खा सकते हैं या फिर पूरी, मठरी, कचौड़ी, छोले-भटुरे, दाल-चावल इत्यादि के साथ भी ले कर आनंद उठा सकते हैं। तो आइए बनाना शुरू करते हैं मिर्च का अचार।





समय -

तैयारी का समय- 5 मिनट

बनाने में लगा समय-15 मिनट


सामग्री:

250 gram Green chillies(हरी मिर्च) 2 Large Lemon juice (नींबू का रस) 2 tbsp White Salt (सफेद नमक) 4 tbsp Fennel seeds (सौफ) 25 gram 1 tbsp Fenugreek seeds ( मेथी दाना) 11 gram 2.5 tbsp Banarsi Rai ( बनारसी राई ) 35 ग्राम 1 tsp Cumin (जीरा) 2 ग्राम 1 tbsp Nigella seeds (कलौंजी) 7 ग्राम 1 tbsp Black Salt (काला नमक) 1 tsp Turmeric Powder (हल्दी) 1 tsp Kashmiri Red Chilli Powder (कश्मीरी लाल मिर्च) 1/4 Asafoetida (हींग) 1/2 tsp Aamchoor powder (आमचूर) 150 ml Mustard oil (सरसों का तेल)


बनाने की विधि -


हरी मिर्च को अच्छे से धोकर उनका पानी सुखा लीजिये।


मिर्च के पूरी तरह से सूख जाने के बाद उनके डंठल तोड़ कर अलग कर लें और उनमें बीच मे एक चीरा लगा दें ताकि मसालों को अंदर भरा जा सके।



यदि मिर्च काटने से हाथों में जलन होती है तो हांथो में डिस्पोज़ल दस्ताने पहने या हाथों में देसी घी लगा लें।


अब सभी मसलों को तवे पर सूखा भून लेंगे जब तक कि उनमें से अच्छी सी खुशबू नही आने लगती, मसालों को धीमी आंच पर ही भूनिये।


अब भुने हुए मसालों को हल्का ठंडा कर लें और दरदरा पीस लें।



अब तैयार मसालों में हल्दी, नमक, मिर्च, सरसों का तेल और आमचूर पाउडर डालकर मिलायें।




अगर धूप की समस्या है, घरों में धूप नही आती है तो आप सरसों के तेल को गर्म कर के ठंडा कर के भी मिला सकते हैं।


अगर कच्चा तेल इस्तेमाल करते हैं तो तेल 10 से 15 दिनों की धूप में पक जाता है और उसकी तीव्र तीखी महक और तीखा स्वाद निकल जाता है और सरसों का तेल अचार के लिए सबसे अच्छा होता है।

अब तैयार मसालों को मिर्च के अंदर भरकर एक कांच की बरनी में रखते जाएं।



अब तैयार मिर्च के अचार की बरनी में सरसों का तेल डालकर एक से डेढ़ हफ्ते की धूप दिखाएं। तेल इतना मिलायें कि अचार तेल में डूब जाए।


अचार में तेल की लागत कम आये और आचार भी सुरक्षित रहे इसके लिए मर्तबान में आचार को दबा दबा कर भरें।



1 हफ्ते की धूप दिखाने के बाद अचार की मिर्च गल जाएंगी और मसालों में स्वाद आ जायेगा, हफ्ते भर में ही आपका स्वादिष्ट भरवाँ हरी मिर्च का अचार खाने के लिए तैयार है।


तैयार अचार को आप साल भर रखकर इस्तेमाल कर सकते हैं बस हर महीने एक से दो दिनों की धूप दिखाते रहें। आप मिर्च के अचार में दो चम्मच सिरका भी मिला सकते हैं उसकी लम्बी अवधि के लिए।


अचार में कच्चे लहसुन को मोटा मोटा कूट कर भी मिलाया जा सकते हैं। लहसुन से स्वाद तो बढ़ेगा ही साथ ही साथ स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद रहता है। लहसुन को मिक्सर ग्राइंडर में कुचलकर मसालों में मिलाकर मिर्च में भर सकते हैं।


ध्यान रखने योग्य बातें-

* हरी मिर्ची का अचार डालने के लिए हमेशा गहरे हरे रंग वाली मिर्चियों का चयन करना चाहिए क्योंकि ये पूरी तरह से अचार डालने के लिए परिपक्व होती हैं और ऐसी मिर्च से बना हुआ अचार जल्दी खराब नही होता।


* अचार के लिए कांच की बरनी गर्म पानी में धुल कर कड़ी धूप में सुखा लें उसके बाद ही उसमे अचार को स्टोर करें।


*यदि धूप की समस्या हो तो अचार में सिरका मिलायें लगभग 2 से 4 चम्मच। और सरसों का तेल गर्म करके ठंडा करें उसके बाद मिलाएं।


अचार बनाइये और अगर रेसिपी पसन्द आयी है तो लाइक कीजिये, शेयर कीजिये अपने मित्रों और परिवार के साथ और अपने अनुभव हमारे साथ साझा कीजिये।


धन्यवाद।

57 दृश्य0 टिप्पणी

हाल ही के पोस्ट्स

सभी देखें

Comments

Rated 0 out of 5 stars.
No ratings yet

Add a rating

Useful Links

Youtube

Follow us

  • Facebook
  • Pinterest
  • Instagram
  • Youtube

All content of this blog is copyrighted. It is prohibited to use this content in any book, newspaper, journal, software or distrubuted by any other means, without express written permission.

© 2023 by foodzlife.com

© कॉपीराइट
bottom of page